भारतीय रेलवे ने 2025 में तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं

 

भारतीय रेलवे ने 2025 में तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिनका उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाना, धोखाधड़ी को रोकना और वास्तविक यात्रियों को प्राथमिकता देना है।


🔑 प्रमुख बदलाव

1. ई-आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य

अब तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार प्रमाणीकरण आवश्यक होगा। यात्रियों को अपने IRCTC खाते को आधार से लिंक करना होगा और एक बार की पहचान सत्यापन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह कदम बुकिंग प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया है। 

2. प्राथमिकता बुकिंग विंडो

तत्काल बुकिंग विंडो खुलने के पहले 10 मिनट केवल उन यात्रियों के लिए आरक्षित होंगे जिनके IRCTC खाते आधार से सत्यापित हैं। इस अवधि में अधिकृत एजेंट भी टिकट बुक नहीं कर सकेंगे, जिससे वास्तविक यात्रियों को बेहतर अवसर मिलेगा। 

3. एजेंट बुकिंग प्रतिबंध

IRCTC एजेंट्स को बुकिंग विंडो खुलने के पहले 30 मिनट तक तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी। इसके अतिरिक्त, एजेंट लॉगिन के लिए दो-स्तरीय OTP प्रमाणीकरण अनिवार्य किया गया है। 

4. बॉट और फर्जी आईडी पर रोक

रेलवे ने बॉट्स और फर्जी आईडी के माध्यम से बुकिंग करने वालों पर सख्ती की है। पिछले छह महीनों में 2.5 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता आईडी को अनियमित गतिविधियों के संदेह में रद्द किया गया है। 

5. संशोधित बुकिंग समय

तत्काल बुकिंग के समय में भी बदलाव किया गया है:

  • AC श्रेणियाँ (1A, 2A, 3A, CC, EC): सुबह 10:00 बजे, यात्रा की तारीख से एक दिन पहले।

  • गैर-AC श्रेणियाँ (SL, 2S): सुबह 11:00 बजे, यात्रा की तारीख से एक दिन पहले


🎯 निष्कर्ष

इन नए नियमों का उद्देश्य तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक निष्पक्ष, सुरक्षित और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाना है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने IRCTC खातों को आधार से लिंक करें और बुकिंग समय से पहले आवश्यक प्रमाणीकरण पूरा करें।

यदि आपको इन नए नियमों के बारे में और जानकारी चाहिए या बुकिंग प्रक्रिया में सहायता चाहिए, तो कृपया बताएं।


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